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हर्पीस सिम्प्लेक्स का इलाज | भगवती आयुर्वेद आयुर्वेदिक उपचार

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हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी): प्रकार, लक्षण और इलाज

हर्पीस सिम्प्लेक्स एक वायरल संक्रमण है जो हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) के कारण होता है। इसके दो प्रकार होते हैं - एचएसवी-1, जो आम तौर पर मुंह या होंठों पर ठंडे घाव बनाता है, और एचएसवी-2, जो अधिक जननांग दाद से जुड़ा होता है। ये एक बार हो जाएगा तो वायरस शरीर में निष्क्रिय रह सकता है और बार-बार भड़कने के रूप में वापस आ सकता है। इस वजह से लोग हमेशा एक ऐसे इलाज की तलाश में होते हैं जो सुरक्षित हो, साइड इफेक्ट्स ना करे और लम्बे समय तक राहत दे। इसी जरूरी को ध्यान में रखते हुए, हर्पीस सिम्प्लेक्स का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से एक बेहतर विकल्प बन कर सामने आता है।

हर्पीस सिम्प्लेक्स का इलाज | भगवती आयुर्वेद आयुर्वेदिक उपचार आयुर्वेद के मुताबिक़, हर्पीस जैसे वायरल रोग शरीर के दोषों के असंतुलन और कमज़ोर इम्युनिटी की वजह से होता है। आयुर्वेदिक उपचार का मुख्य उद्देश्य प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना है, वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करना और शरीर को प्राकृतिक उपचार देना होता है। हर्बल दवाएं, विषहरण उपचार और जीवन शैली में संशोधन मिल कर हर्पीस सिम्प्लेक्स के लक्षणों पर काम करते हैं और रोगी को बेहतर जीवन जीने में मदद करते हैं।

भगवती आयुर्वेद, आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक विश्वस्नीय नाम है जो हर्पीस सिम्प्लेक्स जैसे कॉम्प्लेक्स रोग के लिए प्राकृतिक उपचार प्रदान करता है। यहां पर विशेष रूप से तैयार हर्बल फॉर्मूलेशन का उपयोग किया जाता है जो शरीर में वायरस की गतिविधि को नियंत्रित करता है और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को मजबूत बनाता है। इसके अलावा, आहार संबंधी मार्गदर्शन और योगाभ्यास भी सिखाए जाते हैं जैसे रोगी को समग्र उपचार मिलता है।

आयुर्वेदिक इलाज का सबसे बड़ा फ़ायदा ये है कि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। जहां एलोपैथिक दवाएं केवल अस्थायी राहत देती हैं और फ्लेयर-अप्स को पूरी तरह से रोक नहीं पाती, वहीं आयुर्वेद शरीर के मूल कारण पर काम करती है। हर्पीस सिम्प्लेक्स का इलाज हर्बल दवाएं जैसे नीम, गिलोय, एलोवेरा और अश्वगंधा से किया जाता है जो वायरस की गतिविधि पर काम करते हैं और शरीर को स्वस्थ बनाते हैं।

भगवती आयुर्वेद में उपचार लेने वाले मरीजों को व्यक्तिगत योजना दीया जाता है जो उनके लक्षण और शारीरिक गठन के हिसाब से होता है। ये वैयक्तिकृत दृष्टिकोण हर्पीस सिम्प्लेक्स के फ्लेयर-अप की आवृत्ति को कम करता है, दर्द और जलन से राहत मिलती है, और रोगी की प्रतिरक्षा को दीर्घकालिक के लिए मजबूत बनाता है।

आज के तनावपूर्ण जीवनशैली में हर्पीस सिम्प्लेक्स जैसे वायरल संक्रमण आम होते जा रहे हैं, लेकिन उनका प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान आयुर्वेद ही दे सकता है। अगर आप भी हर्पीस सिम्प्लेक्स के लक्षण से परेशान हैं, तो भगवती आयुर्वेद आपको एक सुरक्षित, प्रभावी और प्राकृतिक उपचार प्रदान करने के लिए तैयार है। हर्पीस सिम्प्लेक्स का इलाज के लिए आयुर्वेद को चुनना एक ऐसा निर्णय है जो आपके आज और कल दोनों को बेहतर बनाता है।